Thursday, October 9, 2025


डायबिटीज़ मरीज में आंखो की बीमारी – Importance of Eye Checkup in Diabetes

🩺 Awareness First

डायबिटीज़ के मरीज अक्सर अपनी शुगर, बीपी और दवाइयों पर तो ध्यान देते हैं, लेकिन आंखों की जांच को नज़रअंदाज़ कर देते हैं। कई साल तक बिना चेकअप के मरीज केवल डायबिटीज़ का इलाज कराते रहते हैं, और अचानक जब धुंधला दिखने लगता है या दृष्टि कम हो जाती है तब उन्हें पता चलता है कि रेटिना (Retina) को नुकसान हो चुका है।
इसीलिए डायबिटीज़ मरीजों के लिए आंखों की समय पर स्क्रीनिंग और रेटिना चेकअप बेहद ज़रूरी है।

👉 Consult for Diabetic Eye Checkup

 

Diabetic Retinopathy क्या है?

Diabetic Retinopathy एक गंभीर आँखों की बीमारी है, जो लंबे समय से डायबिटीज़ वाले मरीजों में होती है। इसमें आँख के पीछे की झिल्ली रेटिना (Retina) की रक्त नलिकाएं (blood vessels) डैमेज हो जाती हैं। ये नलिकाएं लीक या ब्लीड करने लगती हैं, जिससे मरीज को धुंधलापन, धब्बे या अचानक दृष्टि कम होने जैसी समस्याएं होती हैं। समय पर इलाज न हो तो अंधापन (Blindness) तक हो सकता है।

 


डायबिटीज़ आँखों को कैसे नुकसान पहुँचाता है?

  • लंबे समय तक ब्लड शुगर अनकंट्रोल रहने से रेटिना की रक्त नलिकाएं कमजोर हो जाती हैं।

  • ये नलिकाएं फटने या लीकेज करने लगती हैं।

  • धुंधला दिखना, काले धब्बे, बार-बार चश्मा बदलने की जरूरत होने लगती है।

  • समय पर इलाज न मिले तो Cataract (सफेद मोतिया) और Glaucoma (काला मोतिया) भी जल्दी होने लगते हैं।


मरीज को क्या लक्षण हो सकते हैं?

  • धुंधला या बार-बार बदलता हुआ नजर

  • आंखों के सामने काले धब्बे (Floaters)

  • रात में देखने में परेशानी

  • अचानक दृष्टि का घटना – “आंख में पर्दा सा गिरना”

  • रंग फीके दिखना

  • बार-बार चश्मा बदलने की ज़रूरत


डॉक्टर जांच में क्या देखते हैं?

रेटिना स्पेशलिस्ट पुतलियों को फैलाकर जांच करते हैं:

  • रेटिना में ब्लीडिंग या खून के धब्बे

  • रेटिना में सूजन और लीकेज

  • असामान्य नई रक्त नलिकाओं का बनना

  • मैक्युला (Macula) में सूजन (Macular Edema)


कौन-कौन सी जांचें ज़रूरी हैं?

  1. Dilated Fundus Examination – पुतलियों को फैलाकर गहराई से जांच

  2. OCT (Optical Coherence Tomography) – रेटिना का हाई-डेफिनिशन स्कैन

  3. FFA (Fundus Fluorescein Angiography) – डाई से लीकेज और ब्लॉकेज जांच

  4. OCT Angiography – बिना इंजेक्शन से ब्लॉकेज व नई नलिकाओं का पता

  5. Fundus Photography – तस्वीरें लेकर प्रोग्रेस मॉनिटर करना



उपलब्ध इलाज (Treatment Options)

  • Lifestyle Control – ब्लड शुगर, बीपी और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करना

  • Laser Treatment (Photocoagulation) – नई नलिकाओं को सूखाना

  • Intravitreal Injections (Anti-VEGF / Steroids) – सूजन और नई नलिकाओं को रोकना

  • Vitrectomy Surgery – खून या स्कार हटाने के लिए Retina Surgery (25G advanced system)

     



बचाव के उपाय (Prevention Tips)

  • ब्लड शुगर और बीपी कंट्रोल रखें

  • हेल्दी डाइट और रेगुलर एक्सरसाइज़

  • धूम्रपान व शराब से बचें

  • साल में कम से कम 1 बार रेटिना चेकअप ज़रूर कराएं


Screening क्यों ज़रूरी है?

  • हर डायबिटीज़ मरीज को साल में एक बार आंखों की स्क्रीनिंग करवानी चाहिए।

  • समय पर पहचान से दृष्टि बचाई जा सकती है।

  • Vedanta Netralya में Retina Specialist द्वारा Retina Now System से एडवांस्ड स्क्रीनिंग उपलब्ध है।


निष्कर्ष

Diabetic Retinopathy से डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन समय पर चेकअप और इलाज बहुत ज़रूरी है।
अगर आप डायबिटीज़ से पीड़ित हैं तो आज ही आंखों की जांच करवाएं और अपनी दृष्टि सुरक्षित रखें।

 Call for Diabetic Retina Checkup

 Read No blindness from Diabetes Programme

 

 

 

 

 

 

 


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